बदलाव
Ashish Raichur
हमारा मसीही जीवन पश्चात्ताप से आरम्भ हुआ था, जिसका अर्थ है कि पाप और शैतान की ओर से हमने अपना मन और हृदय हटाकर परमेश्वर की ओर लगाया है। तभी प्रभु ने तुरन्त हमारे अन्दर बदलाव कर दिया। हमारा नया जन्म हो गया। हम मसीह में नई सृष्टि बन गए। एक ही क्षण में परमेश्वर ने हमारी आत्माओं में एक सृजनात्मक कार्य किया कि हम अन्धकार से ज्योति में; शैतान के बन्धन से छूट कर मसीह में स्वतन्त्र हो गए।
Категории:
Година:
2011
Издателство:
All Peoples Church And World Outreach
Страници:
27
Файл:
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IPFS:
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2011